साइबर फ्रॉड से बचना जरूरी, बच्चे भी हो रहे शिकार – रणजीत
बिलासपुर
हिमाचल उपभोक्ता संरक्षण परिषद् ने भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) के सहयोग से 4 फरवरी 2025 को कन्या औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, बिलासपुर में एक उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में दूरसंचार और प्रसारण से संबंधित उपभोक्ताओं के पक्ष में चलाए जा रहे योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई, साथ ही साइबर फ्रॉड
से सतर्क रहने की भी अपील की गई।
कार्यशाला में परिषद् के उपाध्यक्ष रणजीत सिंह धीमान ने उपभोक्ताओं के लिए अवेयरनेस कार्यक्रमों की अहमियत को बताया। उन्होंने डिजिटल युग में तकनीकी उपकरणों के प्रयोग में सावधानी बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने बताया कि TRAI द्वारा उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए गए हैं, जैसे एमएनपी सेवा, डीएनडी, और शिकायत निवारण तंत्र। उन्होंने यह भी बताया कि TRAI ने अनचाही वाणिज्यिक कॉल और मैसेज से बचने के लिए डीएनडी ऐप पेश किया है, जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
कार्यक्रम में खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के निरीक्षक श्री विनोद कपिल ने भी साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताई और साइबर अपराध से बचने के लिए लोगों को सचेत किया। उन्होंने बताया कि लोग अनावश्यक एप्लिकेशन डाउनलोड करने से बचें और अपनी निजी जानकारी, बैंक खाते का विवरण, एटीएम पासवर्ड या ओटीपी किसी से साझा न करें। किसी भी साइबर अपराध की शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर की जा सकती है।
हिमाचल प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी और परिषद के सलाहकार श्री कैलाश गौर ने बाट और माप नियमों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सही वजन और माप की जानकारी होना आवश्यक है, खासकर महंगी वस्तुओं की खरीदारी करते समय।
कार्यशाला में संस्थान की छात्राओं सिमरन, कनिका, श्वेता और संजना ने भी उपभोक्ता संरक्षण कानून और साइबर अपराध के बारे में विस्तार से जानकारी दी, और उन्हें प्रमाण पत्र से नवाजा गया।
इस अवसर पर संस्थान की सह-प्रधानाचार्य श्रीमति सरिता ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए हिमाचल उपभोक्ता संरक्षण परिषद का आभार व्यक्त किया और सभी प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे कार्यकम के दौरान प्राप्त जानकारी को अपने मित्रों, परिवार और रिश्तेदारों से साझा करें।
कार्यक्रम में संस्थान के छात्राओं के अलावा, संस्थान के शिक्षक, स्थानीय वरिष्ठ नागरिक और टेलिफोन कंपनियों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।