
लोकतंत्र की परिभाषा कांग्रेस को न सिखाए भाजपा…. संदीप सांख्यान
प्रेस को जारी बयान में प्रदेश कांग्रेस के पूर्व मीडिया कोऑर्डिनेटर संदीप सांख्यान ने आज बिलासपुर में दौरे पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ प्रदेश भाजपा के नेतृत्व पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोकतंत्र क्या होता है वह भाजपा कांग्रेस को न सिखाए। संदीप सांख्यान ने कहा कि जिस तरह से केंद्र की भाजपा सरकार राज्यों में गैर भाजपाई सरकारों को कुचलने के प्रयास कर रही है वह आज लोकतंत्र के बारे में कह रहे हैं कि देश मे लोकतंत्र साल 2014 से ही कायम होने की बात करके सिर्फ जनता को बरगलाने की बात कर रहे हैं। संदीप सांख्यान ने यह देश एक फेडरल स्ट्रक्चर संघीय ढांचे पर कांग्रेस ने ही बनाया है, लेकिन भाजपा तो वह है जिन्होंने देश मे राज्यों की सरकारों को गिराने का काम किया है या फिर खरीद-फरोख्त की राजनीति को जन्म दिया है। उन्होंने कहा कि आज बिलासपुर में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को आमजनता को बताना चाहिए था कि बीते साल फरवरी माह में हिमाचल में जनता द्वारा चुनी गई कांग्रेस की सरकार को गिराने की कोशिश जब की गई थी वह लोकतंत्र की कौन से परीधि में आता है। संदीप सांख्यान यह भी प्रश्न खड़ा किया और कहा कि फ़ेडरल स्ट्रक्चर के चलते प्रदेश सरकार को मिलने वाले अनुदान पर कैंची चलाना भाजपा की केंद्र सरकार के कौन सी परिधि में लोकतंत्र आता है। संदीप सांख्यान ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर यह भी सवाल खड़ा किया कि प्रदेश को मिलने वाला जीएसटी का हिस्सा न देना भाजपा की केंद्र सरकार के कौन से लोकतंत्र के दायरे में आता है। उन्हीने कहा कहा कि प्रदेश को मिलने वाले लोन पर प्रतिबंध केंद्र सरकार की लोकतंत्र की कौन सी परिभाषा में आता है। उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में पूर्व में जब भाजपा की सरकार थी तो क्या केंद्र की भाजपा सरकार ने वित्तिय प्रतिबंध नहीं लगाए, क्यों प्रदेश को मिलने पूर्व भाजपा सरकार के समय मिलने वाला अनुदान रोका नहीं गया? इन सब बातों से साफ जाहिर होता है कि केंद्र की भाजपा सरकार दोगली और भेदभाव पूर्ण राजनीति हिमाचल प्रदेश की जनता और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार के साथ कर रही है।