
बिलासपुर में आर्थिक गणना को लेकर जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित
बिलासपुर ब्यूरो
बिलासपुर जिला सांख्यिकी कार्यालय द्वारा आज जिला स्तरीय समन्वय समिति के सदस्यों के साथ आगामी आर्थिक गणना को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने की। बैठक में ललित कुमार, जिला सांख्यिकी अधिकारी, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
बैठक में उपायुक्त ने आर्थिक गणना के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह गणना राज्य स्तर के साथ-साथ जिला स्तर पर भी की जाएगी। इस गणना के माध्यम से जिले में मौजूद गैर-कृषि क्षेत्र से संबंधित आर्थिक गतिविधियों का व्यापक आकलन किया जाएगा। जिले में संचालित छोटे-बड़े उद्योगों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और अन्य व्यावसायिक संस्थाओं की विस्तृत जानकारी इस गणना के अंतर्गत एकत्रित की जाएगी। इस डेटा का उपयोग भविष्य में नीति निर्धारण, सामाजिक विकास और रोजगार सृजन जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं के लिए किया जाएगा।
आर्थिक गणना के कार्यान्वयन की रूपरेखा
जिला सांख्यिकी अधिकारी ने आर्थिक गणना की प्रक्रिया और इसके क्रियान्वयन की रूपरेखा पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस गणना को सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। गणना कार्य अप्रैल 2025 से प्रारंभ होगा और इस वर्ष के अंत तक इसके परिणाम आने की संभावना है।
इस गणना के अंतर्गत जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में गैर-कृषि क्षेत्र की सभी आर्थिक इकाइयों को शामिल किया जाएगा। यह कार्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और आशा वर्कर्स के सहयोग से संपन्न किया जाएगा, जिससे डाटा संग्रहण को अधिक प्रभावी एवं व्यापक बनाया जा सके।
आर्थिक गणना से प्राप्त आंकड़े नीति-निर्माण में निभाएंगे अहम भूमिका
बैठक में यह भी चर्चा की गई कि आर्थिक गणना के आंकड़े सरकार को विभिन्न योजनाओं को तैयार करने और उनके प्रभावी क्रियान्वयन में सहायता प्रदान करेंगे। इस गणना के माध्यम से जिले की औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों की सही तस्वीर सामने आएगी, जिससे स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देने, रोजगार सृजन के नए अवसर विकसित करने और सामाजिक-आर्थिक योजनाओं को मजबूती प्रदान करने में सहायता मिलेगी।
सभी अधिकारियों को दिए गए आवश्यक निर्देश
बैठक के दौरान उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आर्थिक गणना के कार्य को सुचारू रूप से संपन्न कराने में अपना पूर्ण सहयोग दें, ताकि जिले में शत-प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह गणना न केवल सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में सहायक होगी, बल्कि जिले की आर्थिक गतिविधियों को और अधिक सुदृढ़ करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।